झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों के बाद अब सबसे बड़ी चर्चा गढ़वा और पलामू जिलों की सीटों को लेकर हो रही है। खासकर बिश्रामपुर, गढ़वा, और भवनाथपुर जैसे महत्वपूर्ण सीटों पर कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। इन क्षेत्रों में उम्मीदवारों के बीच तीव्र राजनीतिक संघर्ष देखने को मिल सकता है। गढ़वा और पलामू जिले हमेशा से चुनावी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रहे हैं, और इस बार भी यहां का चुनावी परिणाम राज्य की राजनीति पर असर डाल सकता है।
पहले चरण में गढ़वा और पलामू की सीटों पर मतदान:
- गढ़वा (AC 80): गढ़वा जिले की यह सीट राज्य की राजनीति में एक विशेष स्थान रखती है। यहां के स्थानीय मुद्दे और प्रत्याशियों की रणनीतियां इस सीट को और महत्वपूर्ण बनाते हैं।
- बिश्रामपुर (AC 77): गढ़वा जिले की यह सीट प्रमुख मानी जाती है। पिछले चुनावों में यहां से कड़े मुकाबले देखने को मिले हैं, और इस बार भी यहां का चुनाव परिणाम दिलचस्प होगा।
- भवनाथपुर (AC 81): इस सीट पर भी प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है। यहां के मतदाता स्थानीय विकास और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर वोट डाल सकते हैं।
- हुसैनाबाद (AC 79): पलामू जिले की इस सीट पर भी राजनीतिक हलचल तेज है। यहां के मतदाता आगामी चुनाव में अहम भूमिका निभाएंगे।
- पलामू की अन्य सीटें: पलामू जिले में पांकी (AC 75), डाल्टनगंज (AC 76), और छतरपुर (AC 78, SC) जैसी सीटों पर भी पहले चरण में मतदान होगा।
झारखंड के अन्य सीटें (पहला और दूसरा चरण):
झारखंड विधानसभा चुनाव में दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को होगा, जिसमें गढ़वा और पलामू जिले के अलावा कई अन्य प्रमुख सीटें शामिल होंगी:
- कोडरमा (AC 19), हजारीबाग (AC 25), रांची (AC 63), खुंटी (AC 60, ST), और जमशेदपुर पूर्व (AC 48) जैसी सीटों पर भी मतदान होगा।
वहीं, दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा। इसमें दुमका (AC 10, ST), देवघर (AC 15, SC), गोड्डा (AC 17) और धनबाद (AC 40) जैसी प्रमुख सीटें शामिल होंगी।
मतगणना 23 नवंबर को
झारखंड और महाराष्ट्र दोनों राज्यों की मतगणना 23 नवंबर को होगी, और उसी दिन यह साफ हो जाएगा कि कौन सा दल इन सीटों पर विजय प्राप्त करेगा और राज्य में सरकार बनाने की स्थिति में आएगा।